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उल्लेख

उल्लेख साहित्य का एक अर्थालंकार है।

रुय्यक ने इसकी परिभाषा देते हुए कहा है कि जहां किसी एक वस्तु को अनेक रूपों में ग्रहण किया जाये तो इस प्रकार अनेक रूपों में उसका जो कथन होता है उसे उल्लेख कहा जायेगा।

किसी एक वस्तु का अनेक रूपों में वर्णन किये जाते के दो प्रमुख कारण होते हैं। पहला यह कि ज्ञाताओं में भेद होता है, और दूसरा विषय भेद होता है।

ज्ञाताओं के भेद तथा विषय भेद के आधार पर इस प्रकार उल्लेख दो प्रकार के होते हैं।


Page last modified on Sunday August 3, 2014 05:44:07 GMT-0000