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जमीन अधिग्रहण के खिलाफ भड़कती आग

किसानों और खाद्य सुरक्षा की हम उपेक्षा नहीं कर सकते
उपेन्द्र प्रसाद - 2011-05-09 11:59
ग्रेटर नोएडा के भट्टागांव परसौली में लगी आग फैल रही है और इसका इस तरह फेलना बेहद खतरनाक है। जमीन अधिग्रहण से संबंधित आंदोलन तो देश के अनेक हिस्से में हो रहे हैं, लेकिन भट्टागांव अन्य जगहों से इस मायने मं अलग है कि यह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बहुत नजदीक है। सच कहा जाए तो यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र अथवा वृहद दिल्ली का ही एक हिस्सा है। यदि यह इलाका अशांत होता है, तो इसका देश की राजधानी पर सीधा असर पड़ेगा और यह महज एक स्थानीय समस्या नहीं रहकर एक राष्ट्रीय समस्या का विकराल रूप ले लेगा।

भूअधिग्रहण कानून की आड़ में सरकारें करती रही हैं मनमानी

किसानों पर पुलिसिया जुल्म से स्तब्ध है जनता
एस एन वर्मा - 2011-05-09 10:57
नई दिल्ली। अंग्रेजों के जमाने से चल रहे भूअधिग्रहण कानून की आड़ में विभिन्न राज्यों के सरकारों ने किसानों के साथ मनमानी करती आई हैं। पुलिस और किसानों के बीच खूनी जंग होती रही है। इसका खामियाजा हमेशा किसानों को ही भुगतना पड़ा है। सरकारें जरूर बदल गयी लेकिन राजनीतिक दलों का नजरिया नहीं बदला है।

अंतरिक्ष में भारत का बढता वर्चस्व

राकेश शर्मा निशीथ - 2011-05-08 11:15
पृथ्वी से सौ किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष की सीमा आरंभ होती है । प्राचीन काल से ही मानव विभिन्न ग्रहों और अंतरिक्ष के रहस्य समझने या उसके संबंध में अधिक-से-अधिक जानकारी रखने की इच्छा रखता आया है । विभिन्न ग्रह कैसे हैं ? उनका धरातल कैसा है ? क्या वहां कोई जीव है या नहीं ? इन रहस्यों की खोज के प्रयास पिछली शताब्दी के मध्य से प्रारंभ हो गए थे ।

इंडोसल्फन का मसला: कांग्रेस राजनैतिक रूप से गलत साबित

पी श्रीकुमारन - 2011-05-07 11:57
तिरुअनंतपुरमः इंडोसल्फान नाम के कीटनाशक पर रोक के मसले पर कांग्रेस अपने आपको राज्य भर में असहज महसूस कर रही है। इस कीटनाशक के कारण राज्य के काशगढ़ जिले में हजारांे लोग मारे जा चुके हैं और हजारों विकलांग हो चुके हैं। मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन ने इस पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध की मांग करते हुए एक दिन का उपवास भी किया था। उनके उपवास में राज्य के अनेक पार्टियों के लोग शामिल हुए थे। धुर विरोधी भाजपा तक ने मुख्यमंत्री का साथ दिया था व राज्य में भाजपा के सबसे बड़े नेता राजगोपाल खुद उनके अनशन के समय वहां आकर अपना समर्थन दर्शाया था।

उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन जोर पकड़ा

सीबीआई ने भी की शुरू गिरफ्तारियां
प्रदीप कपूर - 2011-05-07 11:54
लखनऊः प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलनों के बीच सीबीआई ने इससे जुड़े मामलों मंे गिरफ्तारियां शुरू कर दी हैं। पिछले दिनों अनेक अधिकारियों को भ्रष्टाचार के अलग अलग मामलों में गिरफ्तार किया गया। उन्हीं दिनों अन्ना हजारे की टीम ने भी राज्य में तीन जगह सभाएं की।

भारत तापी प्रोजेक्ट पर 31 जुलाई तक दस्तखत करेगा

ट्रांजिट फी के मसले पर बातचीत जारी
विशेष संवाददाता - 2011-05-07 11:45
नई दिल्लीः रसोई गैस की आपूर्ति बढ़ाने के लिए भारत तापी प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए प्रयास कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर तुर्कमेनिस्तान से गैस आयात करना आसान हो जाएगा।

नागरिक समाज के आंदोलन का मिला बढ़व समर्थन

भ्रष्टाचार बन रहा है सबसे बड़ा मुद्दा
प्रदीप कपूर - 2011-05-03 20:23
लखनऊः पिछले दिनों प्रदेश में अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले नागरिक समाज के आंदोलन को जिस तरह का समर्थन मिला, उससे साफ हो रहा है कि आगामी चिधानसभा चुनाव में भ्रष्टाचार एक बहुूत बडत्रा मसला बनकर उभर रहा है। यदि अपने तय समय पर चुनाव होते हैं, तो यह 2012 में होंगे। लेकिन कुछ लोगों को लग रहा कि मुख्यमंत्री समय से पहले ही विधानसभा चुनाव करवा देंगी। इसलिए इस साल के अंत तक चुनाव हो जाने की सभावना भी व्यक्त की जा रही है।

बंगाल में मीडिया से युद्ध

छोटे टीवी चैनलों ने पक्ष लेना शुरू कर दिया
आशीष बिश्वास - 2011-05-02 19:05
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा का चुनाव प्रचार अभियान अभी तक बहुत गंदा रहा है। प्रचार के दौरान गोलियां नहीं चली हैं। इनके अलावा अन्य सारी गंदगियां सामने आ गइं हैं। दोनों पक्षों के बीच गाली गलौज का दौर जारी है। भाषण में तर्कों को महत्व नहीं दिया जा रहा। बेतुकी और बेसिरपैर की बातें की जा रही हैं। 2011 का अभियान राज्य के चुनाव प्रचारों के अभियान के इतिहास का सबसे गंदा अभियान कहा जा सकता है।

कांग्रेस का डीएमके से संबंध

चूहे बिल्ली का खेल तो 13 मई के बाद शुरू होगा
कल्याणी शंकर - 2011-04-29 13:03
डीएमके के साथ कांग्रेस का संबंध तमिलनाडु में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद ही अंतिम रूप से स्थिर होगा। वहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि चुनाव में कौन जीतता है। फिलहाल कोई राजनैतिक पंडित यह कहने को तैयार नहीं कि वहां ऊंट किस करवट बैठेगा। वहां के नतीजे पर कांग्रेस के साथ डीएमके का भावी संबंध ही निर्धारित होने वाला नहीं है, बल्कि केन्द्र सरकार की स्थिरता का पता भी उससे ही लगेगा।

भारतीय रसायनशास्‍त्र के पिता थे आचार्य प्रफुल्‍ल चंद्र राय

नीरेंद्र देव - 2011-04-29 09:20
सन् 1861 में बंगाल और भारत को रबींद्रनाथ टैगोर और आचार्य प्रफुल्‍ल चंद्र राय के रूप में दो महान पुत्ररत्‍नों की प्राप्ति हुई थी।‍ पी. सी. राय के नाम से मशहूर आचार्य प्रफुल्‍ल चंद्र राय का जन्‍म 2 अगस्‍त, 1861 को हुआ। यही पी. सी. राय बाद में भारत में रसायनशास्‍त्र के अध्‍ययन, रसायनशास्‍त्र शोध और रसायन उद्योग के अग्रदूत बने।