कल्पवल्ली
कल्पवल्ली उपरूपक का एक भेद है।कल्पवल्ली का नायक उदात्त होता है। हास्य तथा श्रृंगार रसों की ही इसमें प्रमुखता होती है। इसकी नायिका अभिसारिका या वासकसज्जा होती है। लास्य के तत्व इसमें अनिवार्य रूप से होते हैं। इसकी कथा उदात्त होती है। इसमें मुख, प्रतिमुख तथा निर्वहण सन्धियों के प्रयोग होते हैं।