अंत्यानुप्रास शब्दों का एक अलंकार है। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है, यह अनुप्रास का ही एक भेद है।
इसमें पदों के अन्त में स्वर या व्यंजन की आवृ्त्ति होती है। इसका नाम अंत्यानुप्रास इसलिए पड़ा क्योंकि ध्वनियों की आवृत्ति पदों के अन्त में होती है।
इसमें पदों के अन्त में स्वर या व्यंजन की आवृ्त्ति होती है। इसका नाम अंत्यानुप्रास इसलिए पड़ा क्योंकि ध्वनियों की आवृत्ति पदों के अन्त में होती है।