अकुल
किसी भी व्यक्ति को अकुल तब कहा जाता है जब वह वंशपरम्पराहीन होता है।वैसे अध्यात्म में, विशेषकर कौल मार्ग में अकुल भगवान शिव को कहते हैं, क्योंकि वह भी किसी वंश परम्परा से नहीं आते हैं। शिव का कोई कुल गोत्र नहीं है और न ही आदि और अन्त है।
भगवान शिव तो अनन्य, अखण्ड, अद्वय, अविनश्वर, धर्महीन और निरंग हैं।