अनुमान
लक्षणों के निश्चित ज्ञान के आधार पर जब कोई बात कही जाती है तो उसे अनुमान कहा जाता है। अर्थात् चिह्नों या लक्षणों के आधार पर वास्तविकता का ज्ञान प्राप्त करना न कि प्रत्यक्षानुभूति के आधार पर।इस विशेष प्रकिया से व्यक्ति ठोस आधार पर बाते सिद्ध करने का प्रयत्न करता है। सारे आधार साधन के रूप में किसी सत्य की ओर संकेत करने के लिए उपयोग में लाये जाते हैं।