अपस्मार
मृगी रोग को अपस्मार कहते हैं। इसके प्रभाव में व्यक्ति गिर पड़ता है तथा जमीन पर लोटने लगता है। मुख से फेन निकलने लगता है और शरीर कांपने लगता है।
साहित्य में इसे एक संचारी भाव के रूप में लिया गया है जिसे भावातिरेक दर्शाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।