उद्धात्यक
उद्धात्यक रूपकगत प्रस्तावना का एक भेद है जिसमें अप्रतीतार्थक पदों के अर्थ की प्रतीति करायी जाती है। इसके लिए अप्रतीतार्थक पद के साथ कोई अन्य पद जोड़कर भिन्न अर्थ प्रस्तुत कर दिया जाता है या वैसा समझ लिया जाता है।उदाहरण के लिए,
चन्द्र के साथ गुप्त शब्द जोड़कर चन्द्रमा के स्थान पर चंद्रगुप्त समझा जाना या कहा जाना जैसा कि मुद्राराक्षस नामक नाटक में सूत्रधार के कहे गये चन्द्र शब्द पर नेपथ्य से चन्द्रगुप्त कहा जाता है।