उपन्यास
उपन्यास साहित्य की एक विधा है जिसमें रचनाकार अपनी कृति इस तरह प्रस्तुत करता है कि पाठक उसे अपने ही आस-पास के जीवन सा अनुभूत करता है।उपन्यास मूलतः आधुनिक युग का गद्य लेखन है, जो वास्तविक जीवन की काल्पनिक कथा होती है, और जिसमें मानव चरित्रों पर प्रकाश डालते हुए उसके रहस्यों को खोजने का प्रयास किया जाता है। स्वाभाविक रुप से शब्दों में इसका आकार बढ़ जाता है और यह तब पूर्ण होता है जब उन वांछित रहस्यों की खोज पूरी हो जाती है। इस प्रक्रिया में उपन्यास अपने कथ्य में कोई भी स्वरूप ग्रहण कर सकता है और आकार में यह सैकड़ों पृष्ठों तक जा सकता है। इस व्यापक वांछित खोज के सभी तत्वों पर प्रकाश डालने के बदले यदि कुछ तत्वों पर ही प्रकाश डालकर उस रचना को समेट दिया गया तो वैसी कृति को उपन्यासिका कहा जाता है। इसमें मनुष्य का आन्तरिक जगत महत्वपूर्ण होता है।
इसमें प्रायः एक बड़ी कथावस्तु और विषयवस्तु होती है तथा उसमें अनेक अन्य कथावस्तुएं एवं विषयवस्तुएं पिरोयी जाती हैं। परन्तु बिना कथानक के भी उपन्यास हो सकते हैं। अर्थात् उपन्यास का कोई स्वरूप निर्धारित नहीं है। केवल चरित्रों या मानव हृदय के रहस्यों की खोज आवश्यक तत्व है।
उपन्यासों के अनेक वर्गीकरण किये गये हैं, जैसे ऐतिहासिक उपन्यास, घटना प्रधान उपन्यास, चरित्र प्रधान उपन्यास, जासूसी उपन्यास, सामाजिक उपन्यास, मनोवैज्ञानिक उपन्यास, प्रादेशिक या आंचलिक उपन्यास, धार्मिक उपन्यास, पौराणिक उपन्यास, आत्मकथात्मक उपन्यास आदि।