जल
जल एक द्रव है जो प्रकृति में पाया जाता है। इसी जल से ही जीवन है, तथा अथर्ववेद में तो यहां तक कहा गया कि जल सभी बीमारियों की दवा है। जल जीवन का अनिवार्य घटक है।मानव शरीर का तीन चौथाई भाग जल ही है। हम जल का उपयोग पीने के लिए, शरीर, वस्तुओं तथा स्थानों की स्वच्छता के लिए तथा कृषि तथा औद्योगिक उत्पादन आदि के लिए करते हैं।
जल तीन प्रकार के होते हैं - मृदु जल, कठोर जल, तथा खारा जल।
शुद्ध जल वह है जिसमें किसी भी प्रकार के अन्य पदार्थ न मिले हों। शुद्ध जल शोधन कर बनाया जाता है तथा इसका उपयोग चिकित्सा में होता है।
अशुद्ध जल वह है जिसमें अन्य पदार्थ भी मिले हों। जल में अशुद्धता की प्रकृति से निर्धारित किया जाता है कि उसका उपयोग मानव किस प्रकार कर सकता है।
पेयजल की एक अलग ही श्रेणी है जो स्वच्छ होता है तथा जिसमें मानव शरीर के लिए लाभदायक लवण आदि प्राकृतिक रूप से ही मिले होते हैं। प्रकृति में 28 प्रकार के पेयजल के स्रोत मिलते हैं।