डॉ विजय बहादुर सिंह एक साहित्यकार के रुप में विख्यात हैं।
16 फरवरी 1946 को तहसील अम्बरपुर जिला फैजाबाद /उ.प्र./ में जन्म। कलकत्ता विश्वविद्यालय से बी.ए. आॅनर्स। सागर विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में स्नातकोत्तर एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से स्काॅलरशिप के साथ डाॅक्टरेट। समकालीन हिन्दी आलोचना व कविता में सुपरिचित व उल्लेखनीय उपस्थिति। वृहत्रयी, नागार्जुन का रचना संसार, नागार्जुन संवाद, मौसम की चिट्ठी, पृथ्वी का प्रेमगीत और पतझर की बांसुरी चर्चित पुस्तें। पं. भवानी प्रसाद मिश्र रचनावली का सम्पादन। 1967 से 1995 तक विदिशा में अध्यापन। वर्तमान में उच्च शिक्षा उत्कष्टता संस्थान, भोपाल में हिन्दी के विभागाध्यक्ष।
16 फरवरी 1946 को तहसील अम्बरपुर जिला फैजाबाद /उ.प्र./ में जन्म। कलकत्ता विश्वविद्यालय से बी.ए. आॅनर्स। सागर विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में स्नातकोत्तर एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से स्काॅलरशिप के साथ डाॅक्टरेट। समकालीन हिन्दी आलोचना व कविता में सुपरिचित व उल्लेखनीय उपस्थिति। वृहत्रयी, नागार्जुन का रचना संसार, नागार्जुन संवाद, मौसम की चिट्ठी, पृथ्वी का प्रेमगीत और पतझर की बांसुरी चर्चित पुस्तें। पं. भवानी प्रसाद मिश्र रचनावली का सम्पादन। 1967 से 1995 तक विदिशा में अध्यापन। वर्तमान में उच्च शिक्षा उत्कष्टता संस्थान, भोपाल में हिन्दी के विभागाध्यक्ष।