नांदी नांदी का अर्थ है आनंदित करने वाला। नाटकों के मंचन के पूर्व नाटक की सफलता के लिए जो मंगलपाठ किया जाता है उसे नांदी या नान्दीपाठ कहते हैं। नान्दी प्राय: अष्टपदा या द्वादशपदा होती है। यह स्तुति रंगद्वार के पूर्व ही की जाती है।