Loading...
 
Skip to main content

निर्वैयक्तिकतावाद

निर्वैयक्तिकतावाद आलोचना का एक दृष्टिकोण है जिसके तरह आलोचक निर्वैयक्तिक आलोचना करता है, अर्थात् कलाकार के व्यक्तित्व को उसकी रचना से अलग करते हुए रचना की समीक्षा करता है। इसका अर्थ यह हुआ कि कलाकार की सर्जना का मूल्य उतना ही अधिक हो जाता है जितना कि कलाकार का व्यक्तित्व रचना से पृथक होता है।

Page last modified on Monday June 2, 2025 16:06:45 GMT-0000