नृत्यगीत
नृत्यगीत वह गीत है जिसके साथ नृत्य अपृथक ढंग से जुड़ा होता है। इसे लोग पारंपरिक रूप से समूह में गाते हैं और साथ-साथ नाचते भी हैं। इसका प्रचलन लगभग सभी समाजों में आदिकाल से पाया जाता है। फ्रांस और स्कॉटलैंड में कैरोल के नाम से तथा इटली में बेलारे के नाम से नृत्यगीत प्रसिद्ध रहा है। अंग्रेजी में 'बैलेड डांस' (बैलेड नहीं) भी इसी का एक रूप है, जिसके साथ बैलेड को गाया जाता है। वास्तव में नृत्य ही ऐसे गीतों को ताल, छन्द, और लय में स्वाभाविक रूप से संपृक्त कर देता है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों और समाजों में अनेक प्रकार के नृत्यगीत प्रचलित हैं जिनमें करमा, शैला, या चौरसिया नृत्य आदि का उल्लेख किया जा सकता है।