पुरी उड़ीसा को एक प्रमुख तीर्थस्थल है।
भगवान जगन्नाथ मंदिर और रथयात्रा पर्व विश्वप्रसिद्ध हैं।
विश्व के समस्त हिन्दुओं के बीच पुरी धार्मिक केन्द्र के रूप में चर्चित है। यह पवित्र और पूज्यनीय तीर्थस्थल भारत के पूर्वी तट पर स्थित है। पुरी को उड़ीसा राज्य के सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में शुमार किया जाता है। यहां का भगवान जगन्नाथ मंदिर और रथयात्रा पर्व विश्वप्रसिद्ध हैं। द्वारका, बद्रीनाथ, रामेश्वर और जगन्नाथ भारत के पवित्र चार धाम हैं। इस कारण पुरी की लोकप्रियता और महत्व बहुत अधिक बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी के तट पर दूर.दूर फैली सफेद रेत में सैलानी अठखेलियां करते हुए देखे जा सकते हैं। यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त के नजारे बड़े मनमोहक होते हैं। प्राचीन काल में पुरी कलिंग साम्राज्य का हिस्सा था, जिसे सम्राट अशोक ने जीत लिया था। उसके बाद अनेक शासकों के हाथ से होता हुआ पुरी 1803 में अंग्रेजों के अधीन हो गया।
भगवान जगन्नाथ मंदिर और रथयात्रा पर्व विश्वप्रसिद्ध हैं।
विश्व के समस्त हिन्दुओं के बीच पुरी धार्मिक केन्द्र के रूप में चर्चित है। यह पवित्र और पूज्यनीय तीर्थस्थल भारत के पूर्वी तट पर स्थित है। पुरी को उड़ीसा राज्य के सर्वाधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में शुमार किया जाता है। यहां का भगवान जगन्नाथ मंदिर और रथयात्रा पर्व विश्वप्रसिद्ध हैं। द्वारका, बद्रीनाथ, रामेश्वर और जगन्नाथ भारत के पवित्र चार धाम हैं। इस कारण पुरी की लोकप्रियता और महत्व बहुत अधिक बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी के तट पर दूर.दूर फैली सफेद रेत में सैलानी अठखेलियां करते हुए देखे जा सकते हैं। यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त के नजारे बड़े मनमोहक होते हैं। प्राचीन काल में पुरी कलिंग साम्राज्य का हिस्सा था, जिसे सम्राट अशोक ने जीत लिया था। उसके बाद अनेक शासकों के हाथ से होता हुआ पुरी 1803 में अंग्रेजों के अधीन हो गया।