ब्राह्मण ग्रंथ
ब्राह्मण ग्रंथ उन चार ग्रंथों को कहा जाता है जिनके रचयिता ब्राह्मण हैं। ये ग्रंथ हैं - ऐतरेय, शतपथ, साम, तथा गोपथ।प्रचीन भारत के इन्हीं ग्रंथों को इतिहास, पुराण, कल्प, गाथा तथा नाराशंसी नामों से भी जाना जाता है। इतिहास इसलिए कि इसमें जनक तथा याज्ञवल्क्य के बीच संवाद आदि के रूप में इतिहास उपलब्ध है, पुराण इसलिए कि इसमें जगत् की उत्पत्ति आदि का आख्यान है, कल्प इसलिए कि वेद शब्दों के सामर्थ्य का वर्णन तथा उनका अर्थ निरूपण किया गया है, गाथा इसलिए कि दृष्टांत रूप में पूर्व के प्रसंग कहे गये हैं तथा नाराशंसी इसलिए कि इनमें मनुष्यों के प्रशंसनीय तथा अप्रशंसनीय कर्मों का भी कथन किया गया है।
ये ग्रंथ इसने लोकप्रिय हुए कि इनका उदाहरण देकर कहा जाता है कि यह ब्राह्मण का वचन है।