भीमबंध वन्य जीवन अभयारण्य मुंगेर जिले के दक्षिण पश्चिम में स्थित है। यह जंगल 681.99 वर्ग किलो मीटर में फैला है। यह मुंगेर से 56 किलो मीटर की दूरी पर जमुई रेलवे स्टेशन से 20 किलो मीटर की दूरी पर और पटना हवाई अड्डे से 200 किलोमीटर की दूरी पर है।
यह जंगल प्रसिद्ध खड़गपुर पहाड़ी श्रृंखला में स्थित है जो गंगा नदी के दक्षिण में है और यह चारों ओर घनी आबादी के साथ गैर वन्य क्षेत्रों से घिरा हुआ है। इन वनों की वनस्पति बहुत घनी है जहां साल, केंड, एवं अन्य पेड़ पहाड़ी तराई के साथ साथ उगते हैं, ये सूर्य की किरणों से कोमल बेलों की सुरक्षा करते हैं जो यहां भरपूर मात्रा में उगती हैं।
यहां कई तरह के जीव पाए जाते हैं जैसे बाघ, चीते, स्लॉथ बीयर, नील गाय, सांभर, बार्किंग डीयर, वन्य भालू, चार सींग वाले एंटीलोप इन जंगलों में घूमते रहते हैं। यहां की घाटी वाले हिस्से में तथा पहाड़ के निचले हिस्से में गर्म पानी के कई झरने हैं जो भीम बंध, सीताकुंड और ऋषि कुंड के नाम से जाने जाते हैं। गर्म पानी के सभी झरनों का तापमान पूरे साल एक जैसा रहता है और मौसम में बदलाव से इन पर शायद ही कुछ असर होता है।
यह जंगल प्रसिद्ध खड़गपुर पहाड़ी श्रृंखला में स्थित है जो गंगा नदी के दक्षिण में है और यह चारों ओर घनी आबादी के साथ गैर वन्य क्षेत्रों से घिरा हुआ है। इन वनों की वनस्पति बहुत घनी है जहां साल, केंड, एवं अन्य पेड़ पहाड़ी तराई के साथ साथ उगते हैं, ये सूर्य की किरणों से कोमल बेलों की सुरक्षा करते हैं जो यहां भरपूर मात्रा में उगती हैं।
यहां कई तरह के जीव पाए जाते हैं जैसे बाघ, चीते, स्लॉथ बीयर, नील गाय, सांभर, बार्किंग डीयर, वन्य भालू, चार सींग वाले एंटीलोप इन जंगलों में घूमते रहते हैं। यहां की घाटी वाले हिस्से में तथा पहाड़ के निचले हिस्से में गर्म पानी के कई झरने हैं जो भीम बंध, सीताकुंड और ऋषि कुंड के नाम से जाने जाते हैं। गर्म पानी के सभी झरनों का तापमान पूरे साल एक जैसा रहता है और मौसम में बदलाव से इन पर शायद ही कुछ असर होता है।