रूपक नाटकों पर आधारित दृश्यकाव्य को रूपक कहा जाता है। रूपकों का उद्देश्य है भावभंगिमाओं के माध्यम से दर्शकों के अन्तःकरण में स्थायी भाव को रसस्थिति तक पहुंचाना।