लक्षण जिनसे किसी चीज का लक्ष होता है अर्थात् ज्ञान होता है उसे लक्षण कहते हैं। लक्षणों का ज्ञान इन्द्रियों के माध्यम से होता है तथा लक्षणों के आधार पर हम उसके मूल तक पहुंचते हैं।