वाराणसी
वाराणसी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक शहर है। यह एक पवित्र धार्मिक तीर्थस्थल है जो काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। वाराणसी को ही प्रचीन काल में काशी कहा जाता था। यह शहर भारत के प्रचीनतम शहरों में से एक है, जो कभी शिक्षा का केन्द्र हुआ करता था।इस शहर का नाम वाराणसी क्यों पड़ा इस सन्दर्भ में पुराणों में एक कथा है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने जब वामन रूप में अवतार लिया था और राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगा था तो वह सहर्ष तैयार हो गये। तब वामन ने अपना विशाल रूप धारण किया। वह स्थान रेणुकुट पर्वत है। इस दृश्य को देखने के लिए गंगा के बीच से भगवान शंकर ने एक भूमि अवतरित की। कथा के अनुसार यह भूमि शिवजी के त्रिशुल पर अवस्थित है। भूमि के बाहर आने से गगा दो धाराओं में विभक्त हो गयी। मुख्य धारा को वरुणा कहा गया तथा छोटी धारा को असी। इसी वरूणा और असी के बीच के इस भूभाग को वाराणसी कहा गया। सामान्य जन इसे ही बनारास कहते हैं। आज यह असी एक नाले की तरह हो गयी है, तथा वह जहां से गंगा की धारा छोडकर अलग होती थी वहां कुछ पता नहीं चलता। असी जहां पुनः गंगा में मिलती है वहां पर अवश्य ही दिखायी देती है।
उसके बाद मान्यता बनी कि यह भूभाग पृथ्वी के बाहर भगवान शिव के त्रिशुल पर अवस्थित है, इसलिए यह पवित्र भूमि है। यह भी मान्यता प्रचलित हुई कि यहां जिनका भी निधन होता है वह स्वर्ग जाता है। इसी मान्यता के कारण प्राचीन काल में करवत काशी लेने की परम्पर भी चली।