विदूषक
विदूषक नाटकों में एक स्त्री पात्र होता है, जो बहुधा नायक के साथ मंच पर आता है और ऐसा अभिनय करता है जिसमें हास्य का पुट होता है। विदूषकों की भूमिका भारतीय और पाश्चात्य दोनों नाट्य विधाओं में मिलती है, परन्तु यह अनिवार्य नहीं है।विदूषकों की भूमिका के हास्य के अलावा अनेक उपयोग होते हैं। ये अपने नायक को सही रास्ता भी दिखाते हैं, उनका मनोरंजन भी करते हैं, उनके सच्चे मित्र भी होते हैं, तथा कालिदास और शेक्सपीयर जैसे महान नाटककारों की कृतियों में ये विदूषक बड़े विद्वतापूर्वक दार्शनिक बातें भी करते हैं।