अब अगला चुनाव सिर पर आ गया है और अवामी लीग को लग रहा है कि जिन्हें सजा दिलाने का वायदा कर वह सत्ता में आई थी, अगले चुनाव में वे ही लोग सत्ता में आ जाएंगे और फिर उनका गंदा खेल शुरू हो जाएगा। वे बदले की भावना से काम करेंगे। यदि अवामी लीग विरोधी सत्ता में आते हैं, तो इसका मूल कारण यह नहीं होगा कि बांग्लादेश के लोगों को उन युद्ध अपराधियों से कोई मोह है और वे उनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई से नाराज है, बल्कि उनके सत्ता में आने का कारण होगा अवामी लीग सरकार की जनता और देश से जुड़े मूल विषयों पर विफलता।
अवामी लीग सरकार का प्रशासन भी बेहतर नहीं कहा जा सकता। उसके प्रशासन के खिलाफ लोगों मंे असंतोष है। सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ संतोषजनक अभियान नहीं चलाए। भ्रष्टाचार देश के सामने एक बड़ा मुद्दा है, जिसके कारण देश के लोग त्रस्त हैैं। पिछले 5 सालों में देश के आर्थिक विकास का रिकार्ड भी अच्छा नहीं कहा जा सकता।
बांग्लादेश में जिन युद्ध अपराधियों के खिलाफ मुकदमे चलाए जा रहे हैं और जिन्हें सजा दी जा रही है, उनमें अधिकतर लोेग जमात ए इस्लाम के सदस्य हैं। जमात ए इस्लाम मुख्य विपक्ष नहीं है, लेकिन यह मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का एक महत्वपूर्ण सहयोगी दल है। कुछ युद्ध अपराधी तो मुख्य विपक्षी दल के सदस्य भी हैं।
बांग्लादेश मे ंपिछले चुनाव के समय एक केयर टेकर सरकार की व्यवस्था थी, जिसके तहत ही चुनाव कराए गए थे। कायदे से इस बार भी चुनाव एक केयर टेकर सरकार की निगरानी में ही होना चाहिए। पर अवामी लीग की शेख हसीना सरकार इसके खिलाफ है। वह केयर टेकर सरकार के लिए सत्ता छोड़ने को तैयार नहीं है और चाहती है कि उसकी सरकार के कार्यकाल में ही चुनाव हो। लेकिन बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी केयर टेकर सरकार के नेतृत्व में ही चुनाव चाहती है। उसका कहना है कि यदि चुनाव हसीना सरकार के नेतृत्व में ही हुए तो सत्तारूढ़ दल सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग अपनी जीत सुनिश्चित कराने के लिए कर सकता है। पर शेख हसीना का कहना है कि पिछले बार केयर टेकर सरकार 6 महीने के लिए ही बनी थी। उसी बीच उसे चुनाव करवाकर चुनी हुई सरकार का गठन कराना चाहिए था, पर वैसा करने मे उसने 2 साल लगा दिए। अब हसीना का कहना है कि किसी केयर टेकर सरकार, जो जनता द्वारा नही चुनी हुई हो, इतने समय तक सत्ता मे कैसे रह सकती?
यह तो अवामी लीग के नेताओ का कहना है, पर राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि केयर टेकर सरकार के हाथों मे सत्ता देने से बचने के पीछे का सबसे बड़ा कारण हसीना सरकार द्वारा अपने पूरे नहीं किए गए वायदों को पूरा करने के लिए समय पाना है। खासकर 1971 के युद्ध अपराधियों को सजा दिलाने के अपने अधूरे काम का हसीना सरकार पूरा करना चाहती है और इसके लिए ही वह चुनाव तक सत्ता में बना रहना चाहती है।(संवाद)
बांग्लादेश में राजनैतिक गतिरोध
चुनाव तक सत्ता में रहना चाहती है शेख हसीना
सरवर जहां चौधरी - 2013-12-14 12:33
अब यह साफ दिखाई दे रहा है कि सत्तारूढ़ अवामी लीग ने बांग्लादेश में राजनैतिक गणित को गड़बड़ा रखा है। पिछला आम चुनाव 2008 में हुआ था और उसमें अवामी लीग को तीन चैथाई बहुमत मिला था। उस चुनाव के पहले उसने 1971 के युद्ध अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाने और उन्हें सजा दिलाने का वादा किया था। तीन चैथाई बहुमत पाने के मुख्य कारणों में एक अवामी लीग का यह वायदा भी था। लेकिन उन युद्ध अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाने और सजा दिलाने का काम समय पर नहीं किया गया।