रूस भारत की औषध कंपनियों से सहयोग करने में दिलचस्पी रखता है। श्री शर्मा ने कहा कि भारत की कंपनियां औषध क्षेत्र में दक्षता रखती हैं खासकर जनरिक क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि अभी हमारी कंपनियां रूस की कपंनियों के साथ कार्य कर रहीं है, तथा अधिक से अधिक कंपनियां रूस की कंपनियों के साथ संयुक्त उपक्रम स्थापित करना चाहती हैं। श्री शर्मा ने अंतरिक्ष, धातु तथा उर्वरक के क्षेत्र में जारी सहयोग को याद किया तथा आशा व्यक्त की कि इन क्षेत्रों में आर्थिक समझौत दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और गति प्रदान करेंगे। इस मुलाकात के दौरान वाणिज्य सचिव श्री राहुल खुल्लर, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सचिव श्री आर.पी.सिंह तथा दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
वर्ष 2009-10 (अप्रैल-दिसम्बर) के दौरान दोनों देशों के बीच 21881.2 लाख अमरीकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ। भारत द्वार जिन मदों का निर्यात किया गया उनमें दवाइयां, औषध एवं रसायन, कॉफी, सूती धागे तथा धातुओं का सामान प्रमुख है। भारत द्वारा जिनका आयात किया जा रहा उनमंे पेट्रोलियम, उर्वरक (उत्पादित), लौह एवं इस्पात, लौहेत्तार धातु, चांदी, परिवहन उपकरण, कोयला, कोक इत्यादि।
अगस्त-मार्च, 1991-92 से अप्रैल-दिसम्बर, 2009-10 के दौरान रूस से 4556.1 लाख अमरीकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ। जिस क्षेत्र में यह निवेश हुआ उनमें दूरसंचार, सेवाएं, ऑटोमोबाईल उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण, होटल एवं पर्यटन प्रमुख हैं।
भारत एवं रूस ने आर्थिक सहयोग बढ़ाया
विशेष संवाददाता - 2010-02-16 17:04
नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री आनंद शर्मा ने रूस के उप-प्रधनमंत्री श्री सेर्गेइ सोब्यानीन तथा रूस के उद्योग एवं व्यापार मंत्री श्री विक्टर ख़्रीहटेन्को से आज नई दिल्ली में मुलाकात की। अपनी मुलाकत के दौरान श्री शर्मा ने दोनों देशों के बीच सामरिक रिश्तों को याद किया और विश्वास व्यक्त किया कि दोनों देशों के बीच व्यापार तथा अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग नई ऊचाइंयों को छुएगा।