अदब
अदब मानव की वह प्रवृत्ति है जिससे अपनाने पर वह सभ्य कहा जाता है। इसका अर्थ हुआ कि अदब सभ्यता के गुणों को कहा जा सकता है।अदब वाला व्यक्ति अपने आचरण और व्यवहार को निर्दिष्ट सीमा में रखता है, जिस सीमा का प्रारुप सभ्य समाज स्थापित करता है। ऐसी नैतिक प्रवृत्ति मनुष्य को असभ्य व्यवहार से रोकती है। ऐसा अदब वाला व्यक्ति अपनी बोलचाल तथा लेखन में भी इस सीमा का उल्लंघन नहीं करता। यह एक प्रकार से संस्कारी जीवनशैली है।
साहित्य में अदब का अर्थ वैसी भाषा शैली है जो सांस्कारिकता से नियमबद्ध होती है।