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आयाम

आयाम एक दिक् गुण है, अर्थात् दिशा गुण।

सपाट धरातल वाले वस्तुओं, जैसे कागज का पन्ना, टेबल का उपरी सतह आदि, में दो आयाम होते है। यदि दो रेखाएं एक दूसरे के लम्बवत् खींचें तो ये ही दो आयाम हैं जो समतल सतह पर होते हैं। इसे द्विआयामी कहा जाता है।

जब वह कोई अन्य वस्तु हो तो उसमें तीसरा आयाम ऊर्ध्वाधर होता है। इस तरह संसार (वरिमा) त्रिआयामी हो गया, जबकि समय को चौथा आयाम माना गया है।

चित्रकला में कागज पर बने चित्र में दो आयाम प्रत्यक्ष रहते हैं जबकि शिल्प में तीसरा आयाम भी प्रत्यक्ष रहता है।

फिल्मों में चित्रपट पर द्विआयामी अनुभव का होना आम बात है। परन्तु त्रिआयामी फिल्में भी बनी हैं जिनमें दूर की चीजें बहुत दूर तथा नजदीक की चीजें बहुत नजदीक दिखायी देती हैं।

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आयुर्वेद, आयुर्वेद में आशय, आरोग्य, आर्थी व्यंजना, आर्य समाज

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