Loading...
 
Skip to main content

उपमा

उपमा एक अर्थालंकार है। सादृश्यता दिखाने के लिए इसका का उपयोग किया जाता है।

उपमा के लिए कम से कम दो का होना आवश्यक है - एक वह जिसके लिए उपमा दी जानी है (उपमेय), दूसरा वह जिससे उपमा दी जानी है (उपमान)।

वैसे एक की एक से, एक की अनेक से, अनेक की एक से, तथा अनेक की अनेक से भी उपमा दी जा सकती है।

उपमा के पांच प्रकार होते हैं - प्रशंसा, निन्दा, कल्पिता, सदृशी तथा किंचित सदृशी।


Page last modified on Thursday July 31, 2014 06:13:05 GMT-0000