कल्पलता
कल्पलता या कल्पवल्ली वह लता है जो हर मनोवांछित फल प्रदान करती है। यह नित्य और अविनश्वर है।पौराणिक इसे देव लोक की लता मानते हैं, जबकि सिद्धों, नाथों, योगियों तथा सन्तों ने इसे परमपद, सहजावस्था, परमधाम, शून्य, परममहासुख, कैवल्य, मुक्ति आदि की साधना या साधन माना है। योगी और सन्त उस सहजावस्था के लिए उन्मनी साधना करते हैं और इसी उन्मनी को उन्होंने कल्पलता, कल्पवल्ली, कल्पवेलि, कल्पवल्लरी आदि के नाम से अभिहित किया है।