घोड़ी गीत
विवाह के अवसर पर घुड़-चढ़ी रस्म के समय गाये जाने वाले गीतों को घोड़ी कहा जाता है। इसमें दूल्हे तथा घोड़ी के सौन्दर्य तथा उनकी वेषभूषा का उल्लेख होता है।
घोड़ी के गीत भारत में हिन्दुओं के विवाहों के अवसर पर ही नहीं, बल्कि मुसलमानों के यहां भी गाये जाने की परम्परा है।