चारण राजस्थान के भाट चारण के नाम से जाने जाते हैं। वे पारम्परिक रुप से लोकगाथागीत गाते रहे हैं। ये मुख्यतः शासकों के यहां जाते और उनके पूर्वजों की वीर गाथाएं गाते। परन्तु जगह-जगह घूम-घूमकर ये लोगों का मनोरंजन भी करते थे।