चित्तभूमि
चित्त की सहज स्वाभाविक अवस्था को चित्तभूमि कहा जाता है। योगशास्त्र में पांच प्रकार की चित्तभूमि बतायी गयी है। ये हैं - क्षिप्त, मूढ़, विक्षिप्त, एकाग्र तथा निरुद्ध।
विभिन्न चित्तभूमियों में बहुधा समाधि की अवस्था देखी जाती है परन्तु यह समाधि योग की काम्य समाधि से भिन्न है। योगशास्त्र का योग तो समाधि का ही पर्याय है परन्तु वह काम्य समाधि है।