तामरस
तामरस एक छन्द है। यह वर्णिक छन्दों में समवृत्त का एक भेद है। इसे कमलविलासिनी तथा ललितपदा नाम से भी जाना जाता है।
इस छन्द में एक नगण, दो जगण, तथा एक यगण होता है।
उदाहरण – जब ऋषिराज बिनै कर लीनो, सुनि सबके करूणा रस भीनो।
दशरथ राय यहै जिय मानी, यह वह एक भई रजधानी। - - केशव