Loading...
 
Skip to main content

तामरस

तामरस एक छन्द है। यह वर्णिक छन्दों में समवृत्त का एक भेद है। इसे कमलविलासिनी तथा ललितपदा नाम से भी जाना जाता है।

इस छन्द में एक नगण, दो जगण, तथा एक यगण होता है।

उदाहरण – जब ऋषिराज बिनै कर लीनो, सुनि सबके करूणा रस भीनो।
दशरथ राय यहै जिय मानी, यह वह एक भई रजधानी। - - केशव

Page last modified on Wednesday March 8, 2017 05:28:15 GMT-0000