तीर्थंकर
जैन धर्म के प्रवर्तकों तथा आचार्यों को तीर्थंकर के नाम से जाना जाता है। जैन मत में 24 तीर्थंकर माने जाते हैं। सभी 24 तीर्थंकरों के नाम क्रमशः निम्न प्रकार हैं।ऋषभदेव, अजितनाथ, संभवनाथ, अभिनन्दन, सुमतिनाथ, पद्मप्रभ, सुपार्श्वनाथ, चन्द्रप्रभ, सुविधिनाथ, शीतलनाथ, श्रेयांसनाथ, वासुपूज्य स्वामी, विमलनाथ, अनन्तनाथ, धर्मनाथ, शान्तिनाथ, कुन्थुनाथ, अमरनाथ, मल्लीनाथ, मुनि सुव्रत, नमिनाथ, नेमिनाथ, पार्श्वनाथ, तथा महावीर स्वामी।
जैन मतावलम्बी मानते हैं कि सभी तीर्थंकरों ने मोक्ष की प्राप्ति की।