थेरगाथा
थेरगाथा का सामान्य अर्थ है वह गाथा जो बूढ़े पुराने लोग बताते थे। यह थेर शब्द पालि भाषा का शब्द है जो संस्कृत के 'स्थाविर' से निकला है जिसका अर्थ होता है वृद्ध। इस प्रकार बौद्ध साहित्य में थेरगाथा बृद्ध, पुराने या प्रथमिक बौद्धों की गीति कथाओं (गाथा) को कहा गया।थेरीगाथा इसका स्त्रीवाचक शब्द है परन्तु अर्थ में तथा गाथाओं में समान है।
ये गाथाएं मानव सभ्यता के अमूल्य धरोहर हैं जिनमें अमूल्य अनुभव, ज्ञान, तथा काव्य का दर्शन होता है। ऐसी गाथाओं एक संग्रह सुत्तपिटक में उपलब्ध है।