देश-काल
देश-काल कथा साहित्य का वह अंग है जिसमें घटनाओं के घटित होने के स्थान तथा समय का वर्णन होता है। स्थान तथा समय के अतिरिक्त देश-काल की परिधि के अन्दर रीति-रिवाज, रहन-सहन, वेश-भूषा, आचार-व्यवहार, विचार-चिन्तन, भाषा, कला, आदि सभी तत्व आते हैं जिनसे स्थान तथा समय का बोध हो।