यह नीलगिरी के तीन प्रायोगिक फूलों के बगीचों में एक है। इसका रखरखाव उघान विभाग द्वारा किया जाता है। अन्य दो बगीचे बर्लियर और कल्लार हैं जो कुन्नूर-मेट्टूपलायम रोड़ पर स्थित हैं। अनुसंधान के उद्देश्य से यहां सेब,अ आडू, जामुन, नीबू, खूबानी, अनार आदि फलों को उगाया जाता है। बचे हुए फलों और उनके मुरब्बे का सार्वजनिक विक्रय कर दिया जाता है।
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