भारतीय विद्या भवन
भारतीय विद्या भवन भारत का एक महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान है। शिक्षा और संस्कृति के विकास के लिए सक्रिय इस संस्था की ख्याति विश्व भर में है। इसकी स्थापना डा के एस मुंशी ने 7 नवंबर 1938 के एक सार्वजनिक न्यास के रुप में की थी, जिसे दान में मिलने वाली राशि से चलाये जाने की परिकल्पना थी।भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा राजेन्द्र प्रसाद, पहले भारतीय और भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी, भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु, पहले उप प्रदान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल आदि इसके संस्थापकों में थे।
आज भारत में इसके 112 तथा विदेशों में 8 केन्द्र हैं। इसके 280 कन्सटीट्युएंट इंस्टीट्यूशन हैं और अनेक संस्थान इससे सम्बद्ध भी हैं।
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