भाजपा की एक यात्रा तो लालकृष्ण आडवाणी द्वारा की जा रही है, जो उत्तर प्रदेश के साथ साथ देश भर में हो रही है। उसके अलावा दो यात्रा भाजपा के उत्तर प्रदेश के नेता कर रहे हैं और उन यात्राओं की सीमा उत्तर प्रदेश तक ही सीमित है। एक यात्रा का नेतृत्व कलराज मिश्र कर रहे हैं, तो दूसरी यात्रा का पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह।
राजनैतिक विश्लेषकों का कहना है कि इन यात्राओं से भले ही लोगों की भीड़ जुटा ली जाए और कार्यकत्ताओं को भी सक्रिय कर दिया जाए, लेकिन इसका उत्साह चुनाव तक बना रहना आसान नहीं है।
कलराज मिश्र ने अपनी यात्रा की शुरुआत 13 अक्टूबर को वाराणसी के भारत माता मंदिर से की, तो राजनाथ सिंह ने मथुरा से। ये दोनों यात्राएं 17 नवंबर को अयोध्या में समाप्त होगी। दोनों यात्राएं 5 हजार किलोमीटर की दूरी तय करेगी और इस दौरान वे राज्य के 62 जिलों और 377 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी। पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी दोनों यात्रा की समाप्ति पर उनकी आगवानी अयोध्या में करेंगे।
भाजपा अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि इन यात्राओं की समाप्ति पर सभी विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं आयोजित की जाएंगी।
हालांकि वाराणसी में इस यात्रा की शुरुआत बहुत फीकी रही। लोगों की उपस्थिति बहुत कम थी। लालकृष्ण आडवाणी की उत्तर प्रदेश में यात्री भी बहुत हल्की थी, जिसमें लोगों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई, पर कलराज की यात्रा जैसे जैसे आगे बढ़ी, लोगों की उसमें दिलचस्पी भी बढ़ती गई। चंदौली और सोनभद्र में लोगों की उपस्थिति अच्छी रही। शहरी इलाकों की उपेक्षा भाजपा की इस यात्रा को गावों मे ज्यादा सफलता मिल रही है।
राजनाथ सिंह और कलराज मिश्र रोज अनेक जनसभाएं संबोधित कर रहे हैं। वे राष्ट्रीय मसलों पर तो चर्चा करते ही हैं, स्थानीय मसलों पर भी खास ध्यान दे रहे हैं।
अपनी यात्रा के दौरान बुंदेलखंड के इलाके में कलराज मिश्र ने इलाके के पिछड़ेपन की खास चर्चा की और उसके लिए केन्द्र की कांग्रेस और राज्य की बसपा सरकार को जिम्मेदार बताया। भाजपा नेता ने बताया कि 2009 में केन्द्र ने बुंदेलखंड के विकास के 3096 करोड़ रुपए का पैकेज दिया, जिसमें मात्र 1695 ही राज्य सरकार को प्राप्त हुए। शेष राशि केन्द्र सरकार की अन्य योजनाओं पर खर्च की गई।
भाजपा नेता ने कहा िकइस इलाके में अपराधियों और बसपा के राजनीतिज्ञों का गठजोड़ शासन कर रहा है। इसके कारण विकास काम प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा के गुंडे राजनीतिज्ञ महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं और वे विधायक तथा मंत्री के पद तक बैठे हुए हैं।
क्लराज मिश्र ने मुख्यमंत्री मायावती पर अपनी मूर्ति और स्मारक बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस राशि का इस्तेमाल गरीबी की समस्या को हल करने के लिए करना चाहिए था, उसका इस्तेमाल स्मारकों और मूर्तियों पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण बुंदेलखंड के किसान आत्म हत्याएं कर रहे हैं।
उधर राजनाथ सिंह ने बिजनौर की एक सभा में कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी पर जबर्दस्त हमला किया और कहा कि वे चाहे जितना जोर लगा लें, चुनावों में कांग्रेस को सफलता नहीं दिलवा पाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की तरह राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में विफलता को प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार मे लाख कोशिशों के बावजूद राहुल गांधी कांग्रेस को मात्र 4 विधानसभा सीटे दिलवा पाए थे।
अपनी यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह लोगों को यह आश्वस्त करते दिखे कि विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी किसी भी सूरत में मायावती की पार्टी के साथ कोई संबंध नहीं रखेगी। उन्होंने कहा कि अतीत में भाजपा ने मायावती की सरकार बनाकर भयानक राजनैतिक गलतियां की हैं और उन्हें फिर से नहीं दुहराया जाएगा।
सभाओं के अलावा भाजपा नेताओं ने लोगों के बीच पंफलेट भी बंटवाए। उन्होंने सीडी भी बांटे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सभाओं में जुटें। उनमें भाजपा की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया गया है और बताया गया है कि मायावती सरकार राज्य में किस तरह चल रही है। उस सरकार को जन विरोधी और किसान विरोधी बताया गया है। मायावती सरकार को 100 भ्रष्टाचार करने वाली सरकार बताया गया है।
राज्य में अपराधों की सूची भी भाजपा अपनी यात्राओं के दौरान जारी कर रही हैं। कहा जा रहा है कि मायावती के शासनकाल में 2052 दहेज हत्याएं हुईं, बलात्कार के 1290 मामले पुलिस में दर्ज हुए, महिलाओं के साथ छेड़खानी के 2660 मामले सामने आए। अपहरण की घटनाओं की दर्ज संख्या 4903 बताई जा रही है, जबकि हत्या के 4414 मामले थानों में आए। भाजपा उसके पहले की सपा सरकार की भी आलोचना कर रही है और कह रही है उस समय राज्य में जंगल राज था।
इसके अलावा भाजपा केन्द्र सरकार के घोटालों का कच्चा चिट्ठा खोलने में भी लगी हुई है। इन आलोचनाओं के साथ साथ भाजपा नेता अपनी उपलब्धियों को गिनाने मे भी पीछे नहीं पड़ रहे हैं। राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में क्या क्या हुए, इसका बखान किया जा रहा है। अटल वाजपेयी की सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया जा रहा है। इसके अलावा भाजपा शासित गुजरात, मध्यप्रदेश और छत्तीस गढ़ की उपलब्धियों को भी गिनाया जा रहा है। (संवाद)
उत्तर प्रदेश विशेष
भाजपा की जनस्वाभिमान यात्रा
दो नेता हैं रथ पर सवार
प्रदीप कपूर - 2011-10-20 12:24
लखनऊः समाजवादी पार्टी की तरह भाजपा ने भी यात्रा की शुरुआत की है। उस यात्रा का उसने नाम रखा है- जनस्वाभिमान यात्रा। उसने यह यात्रा इस उम्मीद से शुरू की है ताकि कोई चमत्कार हो जाए और उस चमत्कार का लाभ उसे आगामी विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में मिले।