उत्तर प्रदेश (अप्रैल 2010 के बाद) और बिहार (सितंबर 2010 के बाद) से पहली बार पोलियो के किसी भी मामले की सूचना नहीं मिली है। एक वर्ष से टाइप-3 पोलियो का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। पोलियो उन्मूलन के सर्वाधिक नजदीक पहुंच चुके भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने पोलियो के किसी भी ताजा मामले को “जन स्वास्थ्य आपात स्थिति” के रुप में इलाज करने का निर्णय लिया है ताकि, भारत में जल्द से जल्द पोलियो उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। सभी उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में बच्चों के भीतर प्रतिरोधक का निर्माण करने और पोलियो के किसी भी मामले के सामने आने पर तत्काल गहन टीकाकरण अभियान चलाने के लिए आपात तत्परता और प्रतिक्रिया योजना तैयार की गई है।

विश्व पोलियो दिवस के संदर्भ में केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद ने इस बात का ज़िक्र किया कि इस वर्ष उल्लेखनीय प्रगति हुई है, फिर भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि “हम अपने लक्ष्य के नजदीक हैं, लेकिन किसी प्रकार का कोई जोखिम नहीं उठा रहे हैं। पोलियो के किसी भी विषाणु के प्रसार को रोकने और देश के बाहर से देश में पोलियो के किसी भी मामले को आने से रोकने के लिए प्रयासों को और भी तेज किया जाएगा।”

इस वर्ष अनेक नवीन पहलों की शुरुआत की गई है:-

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक आपात तत्परता और प्रतिक्रिया योजना (ईपीआरपी) तैयार की है। भारत में सभी राज्य अपनी ईपीआरपी तैयार कर रहे हैं। इस योजना के हिस्से के रुप में त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन पहले ही किया जा चुका है और नियमित टीकाकरण को और अधिक विस्तृत करने हेतु कदम उठाने के लिए (i) उच्च जोखिम वाले जिलों (ii) ब्लॉकों (iii) गांवों की पहचान की जा रही है। पोलियो को रोकने से संबंधित उपायों जैसे की साफ-सफाई, हाथ धोने और जिंक तथा ओआरएस के इस्तेमाल के ज़रिए डायरिया प्रबंधन को भी मजबूत किया जा रहा है।

‘हर बच्चा हर बार’ से लेकर ‘मेरा बच्चा हर बार’ संदेश के साथ नवीन पोलियो टीकाकरण अभियान को दिशा दी गई है। सभी अभिभावकों को यह नवीन अभियान अपने बच्चे को पोलियो से बचाव के लिए प्रोत्साहित करता है।

घूमंतू बच्चों जैसे प्रवासी, खानाबदोश, निर्माण स्थलों और ईटों के भट्टों में काम करने वाले लोगों तथा होली, दीवाली और छठ जैसे त्योहारों पर अपने बच्चों के साथ अपने प्रांत लौटने वाले लोगों के बच्चों को पोलियो से बचाव के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे है ।

राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों और संस्थाओं द्वारा भारत की प्रगति और प्रयासों की सराहना की गई है। पोलियो उन्मूलन के लिए भारत में विशेषज्ञ सलाहकार समूह ने जुलाई में कार्यक्रम की समीक्षा की थी और इस बात का उल्लेख किया था कि पोलियो उन्मूलन की दिशा में भारत सही राह पर है। वैश्विक पोलियो उन्मूलन के अंतर्राष्ट्रीय निगरानी बोर्ड (आईएमबी) ने अपनी अक्तूबर की रिपोर्ट में कहा है कि 2011 में पोलियो के प्रसार को रोकने में भारत सही दिशा में कार्यरत है।