संवाद के साथ एक घंटे की हुई अपनी बातचीत में मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के बारे में अपनी दृष्टि और अपनी भावी योजनाओं के बारे में विस्तार से बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंशः
आप मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल का 7 साल पूरा कर चुके हैं। किसी भी अन्य भाजपा नेता ने इतने दिनों तक मुख्यमंत्री की गद्दी संभालने का सौभाग्य प्राप्त नहीं किया। कुछ लोग कह रहे हैं कि आप ज्योति बसु की तरह मुख्यमंत्री के रूप में एक लंबी पाली पर हैं। इसका श्रेय आप किसे देना चाहेंगे?
यह सच है कि मुझे लोगों की सेवा करने का मौका लंबे समय से मिल रहा है। इसके पहले भाजपा के मुख्यमंत्री लंबे समय तक पद पर बने नहीं रहे, तो उसका एक सबसे प्रमुख कारण केन्द्र द्वारा उनकी सरकारों को भंग कर दिया जाना था। यदि वैसा नहीं होता, तो सुंदरलाल पटवा और वीरेन्द्र कुमार सकलेचा की सरकार लंबे समय तक चलती। मैं अपने बारे में अपनी तरह से सोचता हूं। मै। राजनीति में मुख्यमंत्री के पद पर बैठने के लिए नहीं आया हूं। मैं यहां लोगों की सेवा करने के लिए आया हूं। मैं अपना एक मिनट भी बर्बाद नहीं करता।
यदि आपकी पार्टी 2013 का विधानसभा चुनाव भी जीत जाती है और आप एक बार फिर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए जाते हैं, तो फिर आपका अगला एजेंडा क्या होगा?
उसकी कार्ययोजना तैयार है। वह सात सूत्रीय है। उसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास भी शामिल है। मैं नर्मदा और क्षिप्रा नदियों को जोड़ना चाहता हूं, ताकि नर्मदा का पानी मालवा क्षेत्र में भी पहुंच सके। हम पार्वती और काली सिंध को भी जोड़ना चाहते हैं।
मैं हाॅटीकल्चर के विकास और विस्तार के लिए खेती के पैटर्न को भी बदलना चाहता हूं। शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की वर्तमान दशा से भी मैं संतुष्ट नहीं हूं।
आपने ’’लाडली लक्ष्मी’’ और ’’कन्यादान’’ जैसी अनेक लोकप्रिय योजनाएं चलाई हैं। क्या इनका उद्देश्य सिर्फ अपनी राजनीति चमकाना था?
वे सभी सुनियोजित योजनाएं हैं। इस तरह की समस्या मैं बचपन से ही देख रहा था। मैं बेटी को बरदान मानता हूं। लाड़ली लक्ष्मी योजना इसलिए शुरू की गई थी, ताकि मां बाप बेटियों को बोझ न समझें। जब मैं मुख्यमंत्री नहीं था, तब भी मैं गरीब कन्याओं की शादी का इंतजाम किया करता था।
आपने घोषणा की है कि आपका उद्देश्य मध्यप्रदेश को स्वर्णिमप्रदेश बनाना है। इससे आपका क्या तात्पर्य है?
स्वर्णिम मध्यप्रदेश का मतलब यहां के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन स्तर का ऊंचा उठना है। कोई गरीब नहीं रहे। कोई भूखे पेट नहीं सोए। उदाहरण के लिए एक रिक्शा वाला यदि 100 रुपये कमाता है, तो 40 रुपये रिक्शे के मालिक को दे देता है। यदि हम उसे रिक्शा खरीदने के लिए पैसा दे दें, तो वह अपनी पूरी कमाई अपने पास रखेगा और उसका जीवन स्तर ऊपर उठेगा।
आपने प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए बहुत प्रयास किए। इसके लिए आपने अमेरिका और चीन जैसे देशों की यात्राएं तक की। क्या इन प्रयासों के कुछ नतीजे निकले भी हैं?
अमेरिका की मेरी यात्रा का मकसद वहां के लोगों को यह बताना था कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए क्या क्या प्रयास किए जा रहे हैं। जहां तक निवेश आकर्षित करने का मसला है, तो पिछले साल 26 हजार करोड़ रुपये का निवेश मध्यप्रदेश ने आकर्षित किया। इस साल हम 80 हजार करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद करते हैं। एक लाख करोड़ रुपये का निवेश पाइपलाइन में है। अगले महीने हम ग्लोबल निवेशेक सम्मेलन करने जा रहे हैं। वह भी निवेश आकर्षित करने में सहयोगी साबित होगा।
मध्यप्रदेश में बिजली की लगातार कमी बनी रहती है। बिना बिजली के उद्योग पनप नहीं सकते। क्या प्रदेश में बिजली आपूर्ति का समुचित प्रबंध करने में आप सफल हो पाएंगे?
राज्य में बिजली उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है। हम चैबीसों घंटे लोगों को बिजली उपलब्ध कराने में जल्द ही सफल होंगे।
युवाओं के लिए रोजगार का सृजन विकास का एक जरूरी हिस्सा होता है। पिछले दो साल में रोजगार के कितने अवसर राज्य में पैदा हुए?
हम जल्द ही एक लाख शिक्षकों की बहाली करने जा रहे हैं। पुलिस विभाग में 21 हजार नियुक्तियां होंगी। लेकिन इनसे बेरोजगारी की समस्या हल नहीं होगी। हमें उसके लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा करने होंगे।
विपक्ष का कहना है कि आपके कार्यकाल में भ्रष्टाचार की जड.ें बहुत मजबूत हो गई हैं। आपकी प्रतिक्रिया?
विपक्ष कुछ भी कह सकता है। तथ्य यही है कि भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए हमने अथक प्रयास किए हैं। भ्रष्ट अधिकारियों के ठिकानों पर हजारों छापे मारे गए। हमने भ्रष्ट लोगों की संपत्ति का जब्त करने का कानून बनाया है। इस कानून का लागू करने के लिए विशेष अदालत का गठन किया जा रहा है।
आपपर आरोप लगाया जाता है कि आपने हिंदू एजेंडे को राज्य के ऊपर थोप दिया है। इस बारे में आपका क्या कहना है?
यह आरोप निराधार है। भाजपा सभी समुदायों के कल्याण में दिलचस्पी रखती है। उदाहरण के लिए जब हम कन्यादान की बात करते हैं तो निकाह का भी बंदोबश्त करते हैं। मेरे निवास पर ईद, क्रिसमस, जैन और सिख त्यौहार भी मनाए जाते हैं। बुजुर्ग लोगों के तीर्थदर्शन योजना के तहत अजमेर शरीफ को भी उन तीर्थो में शामिल किया गया है। पिछले साल एक लाख से ज्यादा मुस्लिम छात्रों को छात्रवृत्तियां दी गईं।
आप आरएसएस के एक प्रतिबद्ध कार्यकत्र्ता हैं। कहा जाता है कि संघ आपके लिए प्रायः आदेश जारी करता रहता है।
यह पूरी तरह से गलत है। हम भाजपा द्वारा तैयार किए गए एजेंडे के अनुसार काम करते हैं।
आप देश में पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने सरकारी कर्मचारियों को संघ की गतिविधियों में हिस्सा लेने की इजाजत दे दी है। इसे आप किस तरह से उचित ठहराते हैं?
आरएसएस देशभक्ति को समर्पित एक संस्था है। वैसी संस्था की गतिविधियों में भाग लेने के लिए किसी को क्यों रोका जाए?
यह माना जाता है कि आपके कार्यकाल में महिलाओं, दलितों व समाज के अन्य कमजोर वर्गों के ऊपर अत्याचार बढ़े हैं। सच्चाई क्या है?
हमने महिलाओं और दलितों की दशा को सुधारने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। सच तो यह है कि कमजोर वर्गों पर होने वाली घटनाओं में कमी आई है। डकैती की घटनाएं लगभग समाप्त हो गई हैं।
लालकृष्ण आडवाणी ने अभी हाल ही में कहा है कि भाजपा को अपनी छवि धर्मनिरपेक्ष पार्टी की बनानी चाहिए। आप इस सुझाव को कैसे लागू करेंगे?
सेक्युलरिज्म का मतलब ’’सर्व धर्म समभाव’’ होता है। हम मध्यप्रदेश में इस रास्ते पर पहले से ही चल रहे हैं।
अंतिम सवाल। मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी बहुत शारीरिक और मानसिक ऊर्जा की मांग करती है। यह ऊर्जा आपको कहां से मिलती है? क्या ऊर्जा का यह स्रोत आपकी पत्नी साधना सिंह तो नहीं हैं?
लोगों की सेवा करने की भावना ही मेरी इस ऊर्जा का स्रोत है। मैं लोगों की सेवा के बारे मे सोचता रहता हूं। उनकी बेहतरी के लिए कौन से योजनाएं बनाइ्र जाएं और उन्हें कैसे लागू किया जाय, यह सोच सोचकर मुझे ऊर्जा प्राप्त होती है। मैं चाहता हूं कि मध्यप्रदेश उद्योग और कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़े। रोजगार के अवसर पैदा हों। संक्षेव में हम राज्य का सर्वांगीन विकास चाहते हैं। यह सपना मुझे ऊर्जा देता है। बेशक, मेरा परिवार और मेरी पत्नी भी प्रेरणा और ऊर्जा के स्रोत हैं। (संवाद)
मेरी सात सूत्री कार्ययोजना तैयार है
"सरकार का एकमात्र उद्देश्य लोगों की सेवा करना"
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान से एल एस हरदेनिया की बातचीत
विशेष प्रतिनिधि - 2012-10-23 13:22
भोपालः 52 वर्षीय शिवराज सिंह चैहान मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा दिनों तक मुख्यमंत्री रहने वाले गैरकांग्रेसी नेता हैं। अगले महीने वे मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल का 7 साल पूरा करेंगे। वे अपने मधुर स्वाभाव के लिए मशहूर हैं। कन्या बचाओ अभियान और उन्हें संरक्षण प्रदान करने के लिए भी उन्हें जाना जाता है। पंचायत प्रतिनिधियों और समाज के अन्य तबकों से अपने आवास पर सीधी बातचीत करने वाले मुख्यमंत्री की भी उन्होंने ख्याति हासिल कर रखी है।