आज के फैसले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मोइली ने कहा कि मोदी के लिए निश्चित तौर पर एक करारा झटका है। मोइली ने इस बात पर हैरत जतायी कि लगातार तीसरी दफा सत्ता पर काबिज हुई मोदी सरकार लोकायुक्त की नियुक्ति का विरोध कैसे कर सकती है।

राशिद अल्वी ने सवाल किया कि पिछले 8 साल से बीजेपी की सरकार क्या छिपाना चाह रही है।जब लोकायुक्त अपना कार्य करना शुरू करेगा तब पता चलेगा कि गुजरात में भ्रष्टाचार की क्या स्थिति है।उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर बीजेपी की दोमुहीं बातें सभी के लिए देखने वाली हैं । एक तरफ बीजेपी दिल्ली में लोकपाल के समर्थन में रैलियों में तरह तरह की बातें करती है दूसरी तरफ गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति का विरोध करती रही है। अल्वी ने कहा कि वह आशा करते हैं कि गुजरात में लोकायुक्त जितना जल्द संभव हो अपना काम शुरू करेगा ताकि भ्रष्टाचार के मामलों में सच्चाई देश के सामने आ सके।जब उनसे यह पूछा गया कि दिल्ली के एक मंत्री राजकुमार चौहान के खिलाफ कार्रवाई की लोकायुक्त के फैसले पर कांग्रेस ने उस मंत्री से इस्तीफा क्यों नहीं लिया था तो वह इस बात केा टाल गए।

कांग्रेस प्रवक्ता ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि मायावती का यह कहना गलत है कि कांग्रेस नफा नुकसान केा देख कर फैसला लेती है।

राज्य मंत्री शशि थरूर के गैंग पीड़िता के नाम केा ले कर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि थरूर केा अपनी राय कांग्रेस फोरम पर या सरकार में व्यक्त करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि थरूर केा पब्लिक में इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था।