श्री नकवी ने आज यहां चुनाव प्रबन्धन से जुडी टीम की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि घोटालों, भ्रष्टाचार एवं जन-धन की लूट की बदनाम सरकार अब बेशर्म होकर "चोरी और सीनाजोरी" पर उतर आयी है, कोल ब्लाक अवंटन में सी0बी0आई0 रिपोर्ट में हेरा-फेरी और 2 जी स्पैक्ट्रम घोटाले में जे0पी0सी0 चेयरमैन के माध्यम से सरकार को क्लीन चिट की कोशिश सरकार की बेशर्मी की पराकाष्ठा है।
श्री नकवी ने कहा कि यह "बजट सत्र सरकार का विदाई सत्र" साबित होगा। आकाश से लेकर पाताल तक घोटालों में डूबी सरकार "राष्ट्रीय बोझ" साबित हो रही है, जिस तरह से "लूट के लाट साहबों" को बचाने के लिए सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, उससे यह स्पष्ठ है कि कांग्रेस और उसकी सरकार गुनाहों को मिटाने के लिए सभी अनैतिक हथकंडे अपना रही है।
श्री नकवी ने कहा कि देश चुनावों की तरफ तेजी से बढ़ रहा है, कांग्रेस "घोटालों के घंटाघर" पर खडे होकर फिर से सरकार बनाने की घोषणा कर रही है। मंहगाई भ्रष्टाचार, जनधन की लूट की शानदार उपलब्धियों के भरोसे पुनः जनादेश मांग रही है। देश के लोग सरकार द्वारा लोगों के साथ किए गये गुनाह का सूद ब्याज के साथ हिसाब-किताब करेंगें।
श्री नकवी ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार संसद एवं सडक दोनों का विश्वास खो चुकी है, जुगाड और जोड तोड से सरकार बचाने और अपने भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की जंग कर रही है। यह ऐसी सरकार है जो अपने एक गुनाह पर पर्दा डालती है तो उसका दूसरा गुनाह बेनकाब हो जाता है।
श्री नकवी ने कहा कि सरकार की नाकामी और बदनामी का यह हाल है कि पडोस का कोई भी देश भारत के साथ नहीं खड़ा दिख रहा है। हर देश आंखे दिखा रहा है, हमारी सरकार हाथ पर हाथ रखकर सब कुछ देख रही है, देश की चौपट अर्थव्यवस्था, आन्तिरक सुरक्षा की चुनौतियां, चरम पर महंगाई, बैरोजगारी का मुख्य कारण "कांग्रेस का कुशासन" और "लूट के लाट साहबों" को बचाने में सरकार की पूरी उर्जा लगाना है।
श्री नकवी ने कहा कि भाजपा एवं उसके नेतृत्व वाला एन0डी0ए0 ही देश के सामने मात्र विकल्प है, जो देश के लिए "राष्ट्रीय बोझ बन चुकी" "लूट के लाट साहबों" की सरकार से देश को मुक्ति दिला सकता है।
मनमोहन सिंह ‘‘लुटेरों के लाट साहब’’
एस एन वर्मा - 2013-04-24 16:18
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह "लुटेरों के लाट साहब" बन गये हैं ।