यह जानकारी भारत के आईटी हार्डवेयर, प्रशिक्षण एवं आर एण्ड डी सर्विस सेक्टर का प्रतिनिधत्व करने वाली सर्वोच्च संस्था मैट ने दी है। मैट द्वारा हर वर्ष आईटी हार्डवेयर सेक्टर का सर्वेक्षण किया जाता है। अप्रैल 2012 और मार्च 2013 के बीच कम्प्यूटरों की कुल 11.31 मिलियन (113.1 लाख) युनिट्स बेचीं गईं, इनमें डेस्कटॉप, नोटबुक और नेटबुक शामिल हैं। इस दृष्टि से पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में पांच फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।

मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन आफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी द्वारा देश के प्रमुख 22 शहरों में कराए गए सर्वेक्षण के अनुसार इन्टरनेट की पहुंच कारोबार के क्षेत्र के 65 फीसदी तथा घरेलू क्षेत्र में 35 फीसदी पाई गई।डेस्कटाप की कुल 6.77 मिलियन (67.7 लाख) युनिट्स बेची गईं, इस दृष्टि से 1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। नोटबुक और नेटबुक की कुल 4.41 मिलियन (44.1 लाख) युनिट्स बेची गईं, इस दृष्टि से भी पिछले साल की तुलना में 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। टैबलेट धीरे धीरे पीसी के बाज़ार पर हावी होते जा रहें हैं तथा लगातार दूसरे साल इनकी बिक्री में 424 फीसदी का ज़बरदस्त इज़ाफा दर्ज किया गया है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष जे वी रामामूर्ति के अनुसार आईटी हार्डवेयर उद्योग रुढि़वादिता की ओर रुख करता दिखाई दे रहा है, ज़्यादातर बाज़ार या तो धीमी गति से विकास कर रहें हैं या उनमें गिरावट आ रही है। वर्ष 2012-13 टैबलेट पीसी का साल रहा है, इस साल के दौरान उपभोक्ताओं ने पीसी के बजाए, टैबलेट को प्राथमिकता दी। टैबलेट जहां एक ओर पीसी के सभी बेसिक फंक्शन्स उपलब्ध कराते हैं, वहीं पीसी की तुलना में बेहद कम दामों पर भी उपलब्ध हैं। ऐसे में पीसी के बजाए टैबलेट का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है। इन सभी के बीच उम्मीद की जा रही है कि वर्ष 2013-14 के दौरान पीसी की कुल बिक्री 12.11 मिलियन युनिट्स तक पहुंच पाएगी, और इस तरह से इसमें 8 फीसदी की मामूली वृद्धि की उम्मीद है।

मैट के कार्यकारी निदेशक अनवर शिरपुरवाला के अनुसार टैबलेट उद्योग की मौजूदा विकास दर बेहद प्रभावी है। हालांकि पीसी की विकास दर में कमी आना, चिन्ता की बात है, जो केवल 5 फीसदी की दर से ही बढ़ रहा है, परन्तु वास्तविकता यही है। पीसी उद्योग का विकास बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि देश में आज भी पीसी की पहुंच बहुत कम है।’’