नरेंद्र मोदी और सेल्वी जे.जयललिता को भारत के भावी प्रधानमंत्री बनने के लिए सबसे योग्य व्यक्ति और प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे अच्छे दावेदार के रुप में देखा जा रहा है। यह ओपिनियन सर्वे डॉ. पॉन मोहाईदीन पिटचई , एनआरआई और दुबई में सीनियर एचआर और मैनेजमेंट कंसलटेंट द्वारा आयोजित किया गया था।
ज्यादातर इंटरव्यूज ई-मेल और टेलीफोन के माध्यम से जीसीसी देशों (गल्फ कोऑपरेशन कौंसिल समेत सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब एमीरेट्स , ओमान, बहरैन  और कुवैत) ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन, सिंगापुर, मलेशिया, श्रीलंका, थाईलैंड और भारत में प्रतिभागियों के साथ आयोजित किये गये थे। 75% उत्तरदाताओं ने कहा कि अन्य उपलब्ध नेताओं के बीच दोनों सबसे काबिल है और मौजूदा नेतृत्व को भरने के लिए अच्छे विकल्प हो सकते है। सर्वे में लीडरशिप लेवल की तुलना एकाडेमिक एजुकेशन, नेतृत्व कौशल और जन समर्थन का अनुभव जैसे विभिन्न मानदंडों के आधार पर की गयी।
एनआरआई पोलिटिकल रिसर्च का विश्लेषण कहता हैं कि, मनमोहन सिंह की तुलना में नरेंद्र मोदी इकनोमिक डेवलपमेंट में बड़ा प्रभाव ला सकते है। वह इकनोमिक उपायों को लागू करने में अच्छे है। वह गवर्नमेंट एडमिनिस्ट्रेशन की कायापलट कर देंगे।
एनआरआई का मत था की, "देश को इंफ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ, वाटर और एनर्जी के क्षेत्र में सुधार की जरूरत है। यह प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के बिना हासिल नहीं किया जा सकता। विदेशी निवेश के लिए भारत सरकार की भूमिका में अधिक शासन और जवाबदेही की जरूरत है। नरेंद्र मोदी और सेल्वी जे.जयललिता दोनों ही ऐसी ईमानदारी और जवाबदेही ला सकते हैं। जयललिता के पास वह इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प है। निश्चित रूप से सिंगापुर के ली कुआन यू जैसी दृष्टि सेल्वी जे.जयललिता में है।"
        
            
    
    
    
    
            
    सेल्वी जे.जयललिता - देश का नेतृत्व करने के लिए एक मजबूत राजनीतिक दावेदार
एक ओपिनियन सर्वे में कुछ रोचक परिणामों का खुलासा
        
        
              एस एन वर्मा                 -                          2013-08-07 12:35
                                                
            
                                            दिल्ली। सेल्वी जे.जयललिता को कुछ तथ्यों की पृष्ठभूमि के आधार पर राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। जयललिता के सक्षम नेतृत्व में अन्नाद्रमुक, भारत में उपलब्ध सभी दलों की तुलना में, शासन और जवाबदेही के संदर्भ में सबसे आगे है, इसी बात के आधार पर उन्हें राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार कहा जा रहा है। यह एनआरआई पोलिटिकल रिसर्च के निष्कर्षों के अनुसार है। सभी उत्तरदाता क्वालिफाइड मेनेजर्स, इंजीनियर और बिज़नेस से जुड़े लोग थे।