दिल्ली हवाई अड्डे पर एक व्यक्ति को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ से पता चला कि उसका संबंध केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत एक व्यक्ति से है।

दिल्ली में गिरफ्तार उस तस्कर का नाम फैज है। उसके बारे मंे छानबीन करने पर पुलिस को पता चला कि उसकी नियमित बातचीत केरल के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त निजी सचिव से हुआ करती थी। सोलर पैनल घोटाले में निलंबित मुख्यमंत्री के एक पूर्व स्टाॅफ जिक्कुमन के साथ भी फैज के संबंधों का पता चला।

फैज की गिरफ्तारी के बाद दुबई केन्द्रित सोने की तस्करी के एक रैकेट का पता चला है। तस्करी में फैज केरल स्थित हवाई अड्डे का इस्तेमाल वहां पदस्थापित सीमा शुल्क के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से किया करता था। दिलचस्प बात यह है कि फैज ने चन्द्रशेखर हत्या में आरोपित कुछ लोगांे से भी मुलाकात की थी। वह जेल में जाकर उन लोगों से मिला था। इसके कारण एक नया विवाद पैदा हो रहा है। और जांच में इस बिन्दु पर भी ध्यान देने को कहा गया है।

सोने की तस्करी का यह घपला विपक्ष को एक सरकार पर हमला करने के लिए एक और मौका दे रहा है। विपक्षी हमले से तो पहले ही केरल सरकार ने रक्षात्मक रुख अपना रखा है। अब तो उसे और भी हमले का सामना करना पड़ रहा है।

सोने तस्करी का मामला आने और उसमें मुख्यमंत्री के अतिरिक्त निजी सचिव के नाम उभरने के बाद विपक्ष के नेता अच्युतानंदन ने चांडी से मुख्यमंत्री पद छोड़ने को कहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अब स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय अपराधियों और सभी प्रकार के जालसाजों का अड्डा बना हुआ है।

विपक्ष ही क्यों, चांडी विरोधी कांग्रेसी गुटों के नेता ने भी अपनी तलवारें मयान से निकाल ली हैं और वे मुख्यमंत्री के सिर की मांग कर रहे है। केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रमेश चेनिंथाला ने खुद कहा है कि मुख्यमंत्री कार्यालय पर लगा यह आरोप एक गंभीर मामला है। उन्होंने इसकी एक विस्तृत जांच कराने की मांग की है। पहले चेनिंथाला मुख्यमंत्री पर विपक्ष द्वारा आरोप लगाए जाने पर उनका बचाव करते थे, पर इस बार उन्होंने ऐसा नहीं किया है।

चांडी विरोधी एक अन्य कांग्रेस नेता के मुरलीधरन ने भी इस घपले की पूर्ण रूपेन जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री को अपने अतिरिक्त सचिव के इस रैकेट में शामिल होने संबंधित आरोपो की विश्वनीय जांच करवानी चाहिए। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि इससे सरकार की प्रतिष्ठा को धक्का लगा है और खुद चांडी की छवि को भारी नुकसान हुआ है।

कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि इस रैकेट में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के दो या तीन मंत्रियों के नाम भी आने की खबर है। हालांकि मुस्लिम लीग के मंत्रियों ने सोने के तस्कर फैज से किसी प्रकार का सबंध होने से मना किया है, लेकिन एक समाचार चैनल इस मामले को लगातार तूल दे रहा है।

मुख्यमंत्री के बहुत ही बुरे समय में सोने की तस्करी के रैकेट का यह मामला सामने आया है। सोनिया गांधी आगामी रविवार से केरल के दो दिवसीय दौरे पर है। उस दौरे के दौरान सोनिया गांधी कांग्रेस के सहयोगी दलों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगी। गठबंधन में भी अभी समस्या आ रही है और श्रीमती गांधी मुस्लिम लीग और केरल कांग्रेस (मणि) के नेताओ से मिलकर उसका समाधान करने की कोशिश करेंगी।

मुख्यमंत्री चांडी की परेशानी का एक कारण विधानसभा में सरकार के मुख्य सचेतक पी सी जार्ज द्वारा अपनाया जा रहा रवैया है। वे अनेक मसलों पर मुख्यमंत्री कटु आलोचना कर रहे हैं और सरकार को भी कटघरे मे खड़ा करने मे नहीं चूकते। (संवाद)