बीजू राधाकृष्णन इस मामले में मुख्य अभियुक्त हैं। उनके वकील ने कुछ नया रहस्योद्घाटन किया है। इस रहस्योद्घाटन से कांग्रेसी कैंप में तनाव बढ़ गया है। उसे तो पहले से ही अपनी बात रखने में परेशानी हो रही थी। अब उसकी परेशानी और भी बढ़ गई है।
वकील जैकब मैथ्यू ने दावा किया है कि उनके पास एक विडियो फुटेज है जिसमें इस घोटाले की सह अभियुक्त सरिता नायर के साथ एक केरल के एक केन्द्रीय मंत्री के साथ अश्लील तस्वीरें हैं। केन्द्रीय मंत्री ही नहीं, बल्कि एक प्रदेश मंत्री, एक पूर्व प्रदेश मंत्री और एक पूर्व आरक्षी महानिरीक्षक के साथ भी सरिता नायर के साथ अंतरंग संबंधों के विडियो फुटेज होने का दावा उस वकील ने किया है। वकील ने कहा है कि जब भी बीजू राधाकृष्णन उन्हें विडियों दिखाने के लिए कहंेगे, वे लोगों को दिखा देंगे।
दूसरी तरफ सरिता ने इस बात से इनकार किया है कि उन मंत्रियो के साथ उनका कभी कोई शारीरिक संबंध हुआ है। उन्होंने बीजू के उस वकील के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने का फैसला भी किया है। सरिता की आपत्ति और धमकी के बावजूद वकील अपनी बात पर कायम हैं। दिलचस्प बात यह है कि बीजू ने खुद भी यह स्वीकार किया है कि उनके पास सरिता और उन मंत्रियों के यौन संबंधों को दिखाने वाला विडियो फुटेज है।
इसके कारण जिन कांग्रेसी नेताओं के नाम सेक्स विडियो में लिए जा रहे हैं, उनकी जान सांसत में तो है ही, कांग्रेस की स्थिति भी दयनीय होती जा रही है। यदि बीजू के वकील के दावे सही हैं और वह फुटेज को सार्वजनिक कर देते हैं, तो ओमन चांडी सकार का पतन भी हो सकता है। कांग्रेस नेताओं को इसका आभास है और इसके कारण ही उनके कैंप में बदहवासी का माहौल है।
जाहिर है, कांग्रेस की इस हालत पर विपक्षी कैंप में खुशियां मनाई जा रही हैं। विपक्ष के नेता वी एस अच्युतानंदन ने मांग की है कि दोषी मंत्री को सरकार से अविलंब बर्खास्त किया जना चाहिए और मुख्यमंत्री को भी अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
वकील का यह दावा उस समय सामने आया है कि जब केरल हाई कोर्ट के निगरानी रजिस्ट्रार की रिपोर्ट में बताया है कि सरिता ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के सामने यह स्वीकार किया था कि अनेक प्रभावशाली लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया था।
केरल हाई कोर्ट को सौंपी गई रिपोर्ट में निगरानी रजिस्ट्रार ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी को लताड़ लगाते हुए कहा है कि उसने सरिता के उस बयान को रिकार्ड ही नहीं किया। रजिस्ट्रार ने उस दंडाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी केरल हाई कोर्ट से की है। रजिस्ट्रार के अनुसार दंडाधिकारी ने सरिता के वकील को उसके बयान रिकार्ड करने की प्रक्रिया से बाहर रखकर भी गलती की थी।
अच्युतानंदन का कहना है कि जिस तरह के आरोप लग रहे हैं, उससे यह साफ पता चलता है कि मुख्यमंत्री ने इस केस में पलीता लगाने का काम किया है। सीपीएम के प्रदेश सचिव पी विजयन ने कहा है कि अब तो हाई कोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार की रिपोर्ट सामने आने के बाद बिना किसी संदेह के स्पष्ट हो गया है कि सरिता के बयान को रिकार्ड करने में गड़बड़ी हुई।
नये रहस्योद्घाटन से विपक्षी मोर्चे को नई ताकत मिली है। वह पहले से ही मुख्यमंत्री को सत्ता से बाहर करने के अभियान में लगा हुआ था। अब उसका यह अभियान और तेज हो रहा है। वह मांग कर रहा है कि इस घोटाले की जांच हाई कोर्ट के एक वर्तमान जज से करवाई जानी चाहिए।
समय बीतने के साथ साथ लोग सोलर पैनल घोटाले को भी भूलते जा रहे थे। नये रहस्योद्घाटन के बाद एक बार फिर इसकी याद लोगों को ताजा हो गई है। अब राज्य के लोगों को वह विडियो टेप जारी किए जाने का इंतजार है। (संवाद)
सोलर पैनल घोटाले में नया मोड़, कांग्रेसी नेतागण सांसत में
पी श्रीकुमारन - 2013-11-28 10:34
तिरुअनंतपुरमः कुख्यात सोलर पैनल घोटाला एक बार फिर कांग्रेस और उसके नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के नेताओं के दिन का चैन और रातों की नींद हराम कर रहा है।