दिल्ली में आप की सफलता के बाद उत्तर प्रदेश के लोगों के बीच भी इस पार्टी को लेकर उत्साह का जबर्दस्त माहौल बना हुआ है। अब ज्यादा से ज्यादा लोग इस पार्टी और आंदोलन से जुड़ना चाह रहे हैं।

आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने अभी हाल ही में राजधानी लखनऊ में घोषणा की कि प्रदेश भर में एक लाख लोगों ने पार्टी की सदस्यता के लिए आवेदन किया है।

संजय सिंह ने यह भी कहा कि उम्मीदवारी के लिए भी अनेक लोगों ने आवेदन किया है। गौरतलब है कि उम्मीदवारी की अंतिम तिथि 15 जनवरी रखी गई है।

दिल्ली के उदाहरण को दुहराते हुए जिला और राज्य कमिटियां उन आवेदनो की जांच करेगी और उम्मीदवारों के बारे में अंतिम निर्णय राजनैतिक मामलों की कमिटी करेगी।

संजय सिंह के बयान का राजनैतिक हलकों में गंभीरता से लिया जा रहा है। सभी मान रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में आप सभी बड़ी पार्टियों को चुनौती देगी। यही नहीं, वह सोनिया गांधी, मुलायम सिंह यादवए राजनाथ सिंह और राहुल गांधी के खिलाफ भी तगड़े उम्मीदवार खड़ी करेगी। अब तक सभी पार्टियां एक दूसरे वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ तगड़ा उम्मीदवार देने से बचते रहे हैं।

आम आदमी पार्टी 12 जनवरी से उत्तर प्रदेश में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेगी। उस दिन वहां कुमार विश्वास राहुल गांधी के खिलाफ अपनी उम्मीदवारी का एलान करेंगे।

आम आदमी पार्टी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति के खिलाफ वह संघर्ष की शुरुआत करेगी।

आप के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी को सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने का जिम्मेदार बताया है, जिसके कारण मुजफ्फरनगर में दंगे हुए।

आम आदमी पार्टी के नेताओ ने राज्य की सभी पार्टियों पर राज्य के लोगों को अगड़े, पिछड़े, दलित और हिंदू व मुस्लिम में बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जाति और मजहब चाहे जो भी हों, सभी लोग समाज रूप से समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

दिलचस्प बात यह है कि आम आदमी पार्टी को प्रमुख मुस्लिम धार्मिक नेताओं का समर्थन मिल रहा है। उन लोगों ने फैसला किया है कि चुनाव के पहले वे अच्छे उम्मीदवारों की सूची बनाएंगे और उनकी जीत की अपील करेंगे। बरेलवी स्कूल के धार्मिक नेता तौकीर रजा ने आम आदमी पार्टी के समर्थन की पहले से ही घोषणा कर रखी है।

उसी तरह उत्तर प्रदेश में शिया धार्मिक नेता मौलाना काल्बे जवाद ने भी आम आदमी पार्टी के समर्थन की खुली घोषणा कर रखी है।

संवाद से बात करते हुए आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि शिक्षित मुस्लिम युवक बड़ी संख्या में उनकी पार्टी में शामिल होना चाह रहे हैं और वे उनके संपर्क में हैं।

मुस्लिम बुनकरों के नेता मतीन ने कहा कि इस बार मुस्लिम अपने वोटों का बंटवारा नहीं करेंगे और वे आम आदमी पार्टी का एकजुट होकर समर्थन करेंगे, ताकि समाज में बदलाव हो सके। उन्होंने कहा कि अब तक मुस्लिम राजनैतिक पार्टियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे थे और उनके शोषण का शिकार हो रहे थे, पर आगे से ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाके में भी मुस्लिम आम आदमी पार्टी की चर्चा करते हैं।

राजनैतिक विश्लेषक रमेश दीक्षित का कहना है कि लोग कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा से भ्रष्टाचार व जाति और मजहब की राजनीति के कारण ऊब गए हैं। वे उनके विकल्प की तलाश में हैं। आप मे उन्हें वह विकल्प दिखाई दे रहा है और भारी संख्या मेे वे उसमे शामिल हो रहे हैं।

आप की बढ़ती लोकप्रियता से मुलायम और मायावती की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। (संवाद)