यूक्रेन और यूरोपीय संघ के साथ चर्चाओं के बाद यह प्रस्ताव तैयार किया गया। पुतिन और ओबामा के बीच इस बात पर सहमति बनी कि ‘केरी और लावरोव अगले चरणों पर चर्चा के लिए मुलाकात करेंगे।’

इससे पहले ओबामा ने सीबीएस साक्षात्कार के जरिए रूस को यूक्रेन से सेनाएं वापस लेने के लिए कहा था। उन्होंने रूस को कहा था कि वह इस संकट को बढ़ावा देना बंद करे।

यह पहले ही यूरोप के नक्शे को दोबारा खींच चुका है और शीत युद्ध के पूर्व-पश्चिम अलगाव को दोबारा शुरू कर चुका है।

सऊदी अरब की यात्रा करने वाले अमेरिकी नेता ने पुतिन को बताया, ‘संकट को हल करने के लिए अमेरिका अभी भी कूटनीतिक मार्ग का समर्थन करता है’।