इस कान्फ्रेंस में दोनों देशों के लगभग दस गैर राजनीतिक संगठन के भारत पाक मामले के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। पाकिस्तान से 22 शांति एक्टिविस्ट इस सम्मेलन में आए हैं।
सम्मेलन के आयोजकों का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्पति परवेज मुशर्फ के समय में सही मायने में शांति वार्ता प्रारंभ हुई थी जिसे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चालू रखा। लेकिन मुबंई हमले के बाद से सारा किया धरा पर पानी फिर गया।दोनों देशों के बीच कटुता का वातावरण पैदा कर दहशतगर्दियों ने अपना लक्ष्य पूरा कर लिया। लेकिन इसका खामियाजा दोनों देशों की जनता को भुगतना पड़ रहा है जो सही मायने में शांति व प्रेम के पक्षधर हैं।
आयोजकों के अनुसार अभी पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन पर बहस छिड़ गयी है। ऐसे समय में जलवायु परिवर्तन,व्यापार और जल बंटवारा आदि मुद्दों पर दोनों देशों केा साथ चल कर कार्य करने में ही भलाई है।दोनों देशों के बीच शांति कायम होने से ही विकास का रास्ता खुल सकता है।
शांति एक्टिविस्ट कमला भसीन और पत्रकार व स्तंभकार कुलदीप नैयर ने बताया कि दोनों देशों के नागरिक युद्ध व तनाव का माहौल नहीं पसंद करते है लेकिन सरकारें अपनी अपनी जिद पर अड़ी हुई हैं।भारत व पाक सरकार में से केाई भी शांति के लिए पहल नहीं कर रही है। कुलदीप नैयर ने बताया कि सरकार के तरफ अमन व चैन के लिए कोई कदम न उठाए जाने के बाद दोनों देशों के शांति प्रेमी एस्टिविस्टों ने सरकारों को शांति व प्रेम का पैगाम देने का निर्णय किया है।एक प्रसंग का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि पाकिस्तान यात्रा के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कार्यकाल में जब वे बेनजीर भुट्टो से मिले थे तब श्रीमती भुट्टो ने उनसे कहा था कि शांति एक्टिविस्टों को दोनों देशों के बीच अमन चैन कायम करने का प्रयास नहीं छोड़ना चाहिए।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री नैयर ने बताया कि वह नहीं मानते वर्तमान कटू माहौल के लिए दोनों देशो में से कोई एक ज्यादा दोषी है। उन्होंने कहा कि दोनों देश की सरकार हठधर्मी है।लेकिन दोनो देश की जनता शांति व प्रेम चाहती है।
एक अन्य प्रश्न के जबाब में उन्होंने कहा कि हमारा काम दोनों सरकार को सुझाव देना है तथा जनमत का प्रेशर सरकार पर बनाना है। उन्होंने कहा कि हमलोगों का प्रयास काफी सफल रहा है क्योंकि पाकिस्तान में शांति चाहने वालों की संख्या काफी बढ़ी है।
उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय सम्मेलन केा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री आई के गुजराल,महबूबा मुफती,मणिशंकर अयैयर,पाकिस्तान के पूर्व कानून मंत्री इकबाल हैदर,पूर्व विदेश सचिव सलमान हैदर,आस्मा जहांगीर,यासीन मलिक,सज्जाद लोन,मुचकूंद दूबे आदि गणमान्य व्यक्ति संबोधित करेंगे। सम्मेलन में दोनों देशों के बीच शांति व प्रेम बहाल करने के लिए एक रोड मैप तैयार किया जाएगा जिसे दोनों देशो की सरकारों को भेजा जाएगा।उन्होंने बताया कि तरह का सम्मेलन पाकिस्तान में भी होता रहा है। #
दिल्ली में जुटे हिंदुस्तान और पाकिस्तान के शांति प्रेमी
एस एन वर्मा - 2010-01-07 16:17
नई दिल्ली। मुबंई हमले के बाद से हिंदुस्तान और पाकिस्तान सरकार के बीच कायम कटू माहौल अभी तक बरकरार है। इसका खामियाजा दोनों देशों के अमन चाहने वाली जनता को भुगतना पड़ रहा है। यह संदेश देने के लिए कल से नई दिल्ली में दोनों देशों के शांति प्रेमिओं की तीन दिवसीय कान्फ्रेंस हो रही है। सम्मेलन में दोनों के देशों के बीच शांति का माहौल तैयार करने के लिए एक रोड मैप भी तैयार किया जाएगा।