ज्ञात हो कि कांग्रेस नेताओं ने एनडीए सरकार के इस पहला बजट का मजाक उड़ाते हुए कहा मीडिया में कहा था कि इस बजट में नया कुछ नहीं है।यह यूपीए सरकार की नकल है।कांग्रेस की इस आलोचना से काफी आहत हुई बीजेपी ने अपने प्रवक्ता व कंेद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद केा मैदान में उतारा। उन्होंने अपने पार्टी कार्यालय में हुई प्रेस ब्रीफिंग में बजट दस्तावेज को पढ़ते हुए बताया कि इस बजट में किसानों,गरीबों,बेरोजगारों,भूमिहीनों की चिंता की गयी है।उन्होंने कहा कि बजट में पूंजी बाजार से लेकर ग्रामीण हाट तक की बात की गयी है।उन्होंने कहा कि जहां एक ओर 100 स्मार्ट सिटी का प्रावधान बजट में किया गया है वहीं श्यामा मुखर्जी रूरल मिशन द्वारा ग्रामीणों के लिए 2020 तक अपना घर की भी बात की गयी है। गांवों में एंटरप्रिन्योर्स प्रोग्राम के तहत दस हजार करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह बजट नई आशा व उत्थान का दस्तावेज है।उन्होंने कहा कि भूमिहीन किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की व्यवस्था नबार्ड द्वारा कर दी गयी है।किसान टीवी चालू किया जा रहा है।कृषि वेयरहाउस के लिए 5 हजार करोड का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा असम व झारखंड में कृषि अनुसंधान संस्थान,हरियाणा और तेलंगाना में उद्यान संस्थान तथा हैदराबाद व राजस्थान में कृषि विश्वविद्यालय खोलने का प्रावधान इस बजट में किया गया हैं।
कांग्रेस की आलोचना से आहत बीजेपी प्रवक्ता श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस रोटी कैसी बटेगी इसकी चिंता करती है जबकि बीजेपी रोटी कैसी बढेगी इसके लिए कार्य करती है।उन्होंने कहा कि कांगे्रस और बीजेपी के दृष्टिकोण में काफी अंतर है। बीजेपी अधिक पूंजी निवेश के पक्ष में है ताकि उधोग धंधे बढेंगे,रोजगार का मौका मिलेगा और समाज में समानता आएगी।
उन्होंने कहा कि बजट में कश्मीर पंडितों की चिंता की गयी है।धार्मिक शहरों तथा ऐतिहासिक स्थलों की संरक्षा की बात की गयी है।गंगा नदी और घाटों की चिंता की गयी है।गरीबों की स्वास्थ्य और शिक्षा की चिंता की गयी हैं।
भारत
कांग्रेस की आलोचना पर बीजेपी में छटपटाहट
बीजेपी का दावा गरीबों,किसानों व भूमिहीनों की चिंता की गयी है बजट में
एस एन वर्मा - 2014-07-11 13:42
नई दिल्ली। कांग्रेस की आम बजट पर तीखी प्रतिक्रिया से बीजेपी में तिलमिलाहट है। आम बजट की खूबियों की मीडिया में ढिंढोरा पीटने के बावजूद बीजेपी केा इस बात की तकलीफ है कि कांग्रेस ने इसे यूपीए सरकार के बजट का नकल बताया है तथा आलोचना में यहां तक कहा है कि इसमें किसानों ,गरीबों व भूमिहीनों की चिंता नहीं की गयी है।