मुलायम ने अमर सिंह को इस उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। लोगों की नजर उस पर लगी हुई है। यह देखना है कि अमर सिंह हर साल की तरह इस साल भी उसमें हिस्सा लेते हैं या नहीं। इस उत्सव का मतभेद के इन क्षणों में और भी महत्व बढ़ गया है क्योंकि अमर सिंह बालीवुड के कलाकारों को इसमें बुलाकर इसकी चमक दमक बढ़ाया करते थे।

हालांकि मुलायम सिंह बार बार कह रहे हैं कि वे अमर सिंह का इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे, लेकिन इस्तीफें बाद इस समय पार्टी दो फाड़ हो चुकी है। पार्टी का एक खेमा चाहता है कि मुलायम सिंह यादव अमर स्रिह का इस्तीफा स्वीकार कर लें। वह खेमा चाहता है कि जल्द से जल्द अमर सिंह पार्टी को ही छोड़ दें। लेकिन पार्टी में एक दूसरा खेमा भी है, जो अमर सिंह के साथ है। अमर सिंह के इस्तीफे के बाद पार्टी के दो और महासचिवों ने इस्तीफा दे दिया है। संजय दत्त ने तो महासचिव के पद से इस्तीफा दिया ही है, एक अन्य महासचिव ओबेदुल्ला आजमी ने भी महासचिव के पद से अमर सिंह के समर्थन में इस्तीफा दे दे दिया है। इस तरह से अबतक समाजवादी पार्टी से तीन महासचिवों का इस्तीफा हो गया है।

कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि समाजवादी पार्टी दो खेमे में बंट गई है। एक खेमा बालीवुड का हैए तो दूसरा खेमा यादव खेमा है। यादव खेमा सपा से अमर सिंह की बिदाई चाहता है, तो बालीवुड खेमा अमर सिंह के साथ जाने की कसमें खा रहा है। संजय दत्त ने तो अमर सिंह के साथ कहीं भी जाने की घोषणा कर ही दी है, रामपुर से सपा की सांसद जया प्रदा ने भी अमर सिंह का साथ् देने का एलान कर दिया है। गोरखपुर से मनोज तिवारी को सपा ने उम्मीदवार बनाया था। श्री तिवारी ने भी अमर सिंह के साथ जाने ही घोषणा कर दी है। राज्य सभा सांसद जया बच्चन ने अभी तक खुलकर कुछ भी नहीं बोला है, लेकिन उनके भी अमर सिंह के साथ जाने की पूरी संभावना है।

मुरादाबाद के सपा विधायक संदीप गर्ग ने भी विद्रोह कर दिया है और अमर सिंह को अपमानित किए जाने के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। उनका कहना है कि राज्य विधानसभा के 25 सदस्य अमर सिंह के साथ हैं। अमर स्रिह का साथ देने वाले सांसदों की संख्या उन्होंने 12 बताई है। श्री गर्ग ने मुलायम के भाई रामगोपाल की कड़ी आलोचना भी की है। समाजवादी पार्टी के साथ अमर सिंह ने ठाकुरों को जोड़ा था। उन्होने अनेक ठाकुरों को पार्टी में पद दिलवाए थे और अनेक ठाकुरों को पार्टी के टिकट भी दिलवाए थे। जो लोग उनके कारण पार्टी से जुड़े हैं, वे मुलायम सिंह और उनकी पार्टी को छोड़ सकते हैं। अमर सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद राज्य के ठाकुर समाजवादी पार्टी को छोड़कर जा सकते हैं। (संवाद)